Tuesday 10 December 2013

हम भूल गए रे हर बात मगर तेरा प्यार नहीं भूले : [Copied or Inspired Song - 18]

Copied or Inspired By Other Song [18]
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1989 में रेखा, जितेन्द्र एवं जया प्रदा अभिनीत और 'सावन कुमार' निर्देशित फ़िल्म- 'सौतन की बेटी' प्रदर्शित हुयी थी, जिसमें एक गाना- 'हम भूल गए रे हर बात मगर तेरा प्यार नहीं भूले' सुपर हिट हुआ था ! इस गीत को 'वेदपाल' के संगीत निर्देशन में 'लता मंगेशकर' ने गाया था ! क्या आपको मालुम है कि दरअसल ये गाना पाकिस्तान में 1960 में प्रदर्शित फ़िल्म- 'सहेली' के एक गाने से हूबहू कॉपी किया गया था ! इस गाने को 'ए हमीद' के संगीत निर्देशन में गायिका 'नसीम' ने गाया था ! आईये आज 'ओरिजिनल' और 'कॉपी' हुए दोनों गानों को सुनते हैं :

[Original Song]
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हम भूल गए रे हर बात मगर तेरा प्यार नहीं भूले 
क्या क्या हुआ दिल के साथ मगर तेरा प्यार नहीं भूले 
Ham Bhool Gaye Re Har Baat Magar Tera Pyar Nahin Bhoole,
Kya Kya Huaa Dil Ke Saath Magar Tera Pyaar Nahin Bhoole.

Singer : Naseem 
Music : A. Hameed 
Lyricist : Fayyaz Hashmi
Pakistani Film : Saheli (1960)
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[Copied / Inspired Song]
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- गाने का मुखड़ा भी हुबहू कॉपी है! -
हम भूल गए रे हर बात मगर तेरा प्यार नहीं भूले 
क्या क्या हुआ दिल के साथ मगर तेरा प्यार नहीं भूले 
ham bhuul gaye re har baat magar tera pyar nahin bhule,
kya kya hua dil ke saath magar tera pyar nahin bhule.

Film : Sautan Ki Beti (1989)
Singer : Lata Mangeshkar 
Music : Vedpal 
Lyricist : Saavan Kumar 
Actress : Rekha 

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End
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Monday 9 December 2013

गायिका जगजीत कौर : (गायकों का पहला / आखिरी गाना- 11)

Jagjit Kaur : First / Last Song 
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हिंदी फिल्म जगत की पर्श्गायिका जगजीत कौर को कौन नहीं जानता ? पंजाबी जमींदार परिवार में जन्मी जगजीत 1948-49 में बम्बई आ गयीं थीं ! उन्होंने भले ही बहुत कम गाने गाये हैं परन्तु उनकी आवाज़ वह छाप छोड़ चुकी है की उन्हें हमेशा याद किया जाएगा, ऐसा मेरा मानना है ! उनकी आवाज़ में पंजाब की मिटटी की सौंधी खुश्बू है, जिसपर फ़िदा होकर खय्याम साहब ने उन्हें अपना दिल दे दिया और वे परिणय सूत्र में बंध गए !

गायिका जगजीत कौर जी के कई गाने बहुत लोकप्रिय हुए : 'तुम अपना रंजोगम अपनी परेशानी मुझे दे दो' - (फ़िल्म शगुन), 'चले आओ संईया रंगीले मैं वारी रे' - (फ़िल्म बाजार), 'काहे को ब्याही बिदेस' - (फ़िल्म उमराव जान), 'साडा चिड़िया दा चम्बा ये' - (फ़िल्म कभी कभी) !

जब जगजीत कौर फिल्म जगत में आयीं तो उस समय कृष्णा काले, मीनू पुरुषोत्तम, कमल बारोट, मीना कपूर और उषा मंगेशकर भी अपनी जगह बनाने में प्रयासरत थीं ! उन दिनों लता मंगेशकर जी इस तरह से छायी हुई थीं कि जगजीत कौर जी की आवाज़ में फ़िल्म 'लाहौर' (1949) के कुछ गानों और फ़िल्म 'जाल' (1952) के गीत "ये रात ये चांदनी फिर कहाँ'' की रिहर्सल  सब करवाने के बाद भी अंतिम रिकॉर्डिंग लता जी की आवाज़  में हुई ! उन्हें पहला गाना 1953 की फिल्म - 'दिले नादाँ' में मिला !

- पहला गीत [First Song] -
खामोश ज़िन्दगी को अफ़साना मिल गया 
Kahmosh Zindagi Ko Afsana Mil Gayaa 

Singer : Jagjit Kaur
Film : Dil-e-Nadan (1953)
Music : Ghulam Mohammad
Lyricist : Shakeel Badayuni 
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- आखिरी सोलो  गीत [Last Solo Song] -
देख लो आज हमको जी भर के 
Dekh Lo Aaj Humko Jee Bhar Ke 

Singer : Jagjit Kaur
Film : Bazaar (1982)
Music : Khayyam
Lyrics : Mirza Shauq
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जगजीत कौर जी ने आखिरी गीत फिल्म- लोरी (1984) के लिए गाया ! 
'गुडिया चिड़िया चाँद चकोरी' गाने को उन्होंने आशा भोसले, और पामेला के साथ गाया ! 
इस फिल्म में खय्याम के साथ वे सहायक संगीत निर्देशक थीं !
Movie : Lorie (1984)
Music Director : Khayyam
Singers : Asha Bhosle, Jagjit Kaur, Pamela Chopra
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Sunday 8 December 2013

किसी मेहरबां ने आके मेरी ज़िन्दगी सजा दी : [Copied or Inspired Song - 17]

Copied or Inspired By Other Song [17]
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1992 में धर्मेन्द्र, राज बब्बर, अमृता सिंहप्रतिभा सिन्हा अभिनीत और 'रवि चोपड़ा' निर्देशित फ़िल्म- 'कल की आवाज़' प्रदर्शित हुयी थी, जिसमें एक गाना- 'किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िन्दगी सजा दी' सुपर हिट हुआ था ! गीतकार 'समीर' के लिखे इस गीत को 'नदीम-श्रवण' के संगीत निर्देशन में 'आशा भोसले' और 'कुमार सानू' ने बहुत खूबसूरती से गाया था ! 

क्या आपको मालुम है कि दरअसल ये गाना पाकिस्तान में 1974 में प्रदर्शित फ़िल्म- 'शमा' के एक गाने से हूबहू कॉपी किया गया था ! इस गाने को 'एम अशरफ' के संगीत निर्देशन में गायिका 'नाहिद अख्तर' ने गाया था ! आईये आज 'ओरिजिनल' और 'कॉपी' हुए दोनों गानों को सुनते हैं :
[Original Song]
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किसी मेहरबां ने आके मेरी ज़िन्दगी सजा दी
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी
Kisi Meharban Ne Aakar Meri Zindagi Saja Di
Mere Dil Ki Dhadkano Men Nai Aarzu Jaga Di

Singer : Nahid Akhtar
Pakistani Film : Shama (1974)
Music : M.Ashraf
Lyrics : Tasleem fazli
Actress : Zeba
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[Copied / Inspired Song]
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- गाना -
किसी मेहरबां ने आके मेरी ज़िन्दगी सजा दी
Movie : Kal Ki Awaz (1992)
Singers : Asha Bhosle, Kumar Sanu
Music : Nadeem Shravan
Lyricist : Sameer


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End 
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Saturday 7 December 2013

हिन्दी फिल्मों का सबसे लंबा गाना

अनोखी और दिलचस्प जानकारी [20]
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Longest Hindi Film Song 
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"अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों …" गाना हिन्दी फिल्मों का सबसे लंबा गीत है ! इस गाने की अवधि 'बीस मिनट' है, जो कि फ़िल्म के अंदर तीन चरणों में फिल्माया गया है ! गीतकार समीर के लिखे एवं अनु मालिक के संगीत निर्देशन में इस गाने को अलका याग्निक, सोनू निगम, उदित नारायण और कैलाश खेर ने गाया !

Song - Ab Tumhare Hawale Watan Sathiyo
Movie - Ab Tumhare Hawale Watan Sathiyo
Singer - Alka Yagnik, Kailash Kher, Sonu Nigam, Udit Narayan

Artist - Amitabh Bachchan, Akshay Kumar, Boby Deol, Nagma
Lyricist - Sameer
Music - Anu Malik
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गौरतलब है कि "अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों" गाने को 
"लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स" में भी दर्ज़ किया गया है :
http://www.limcabookofrecords.in/recorddetails.aspx?recid=145 
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Friday 6 December 2013

हिंदी फिल्मों में पार्श्वगायन के रूप में पहला गाना : हिंदी सिनेमा के दुर्लभ गाने - 14

First Use of Playback Singing in Indian Films
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हिंदी फिल्मों में पार्श्वगायन (Playback Singing) 1935 में शुरू हुआ, जब ऐसे कलाकारों ने प्रवेश किया जो अभिनय तो नहीं करते थे, लेकिन गायन करते थे ! इनमें शमशाद बेगम, जुथिका रॉय, गीता रॉय [दत्त], पारुल घोष आदि गायिकाएँ थीं !

[First use of playback singing in Indian films were in films directed by Nitin Bose in 1935 : first in 'Bhagya Chakra', a Bengali film and later in the same year, in its Hindi remake 'Dhoop Chhaon'.]

नितिन बोस की फिल्म 'धूप -छाँव' के इस गाने को 
पार्श्व गायन की शुरुआत का श्रेय जाता है :
प्रेम की नैय्या चली जल में मोरी
Prem ki naiyya chali jal mein mori

Film : Dhoop Chhaaon (1935)
Singers : Pahadi Sanyal and Uma Shashi
Music Composer : RC Boral
Lyrics : Pt Sudarshan
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