Actor Dilip Kumar As a Singer
फ़िल्मी दौर के पुराने समय में अभिनेता का गायक होना भी एक आवश्यक गुण था, उस दौर के नायक-नायिका का गायक होना अचम्भा नहीं देता, परन्तु प्लेबैक शुरू होने के बाद ऐसा कम सुनायी दिया !
दिलीप कुमार जो अभिनय सम्राट माने जाते हैं उनकी आवाज़ और गायकी भी बहुत अच्छी थी, एक फिल्म में उन्होंने लता जी के साथ गाना गाया - 'लागी नाहीं छूटे राम .…'
यह उनके जीवन का एकमात्र रिकार्डेड गाना है .संगीतकार सलील चौधरी ने उन्हें फिल्म की शूटिंग के दौरान कभी कुछ गुनगुनाते हुए सुना था और अनुरोध किया कि वे इस गीत को गाएँ :
Movie. Musafir. 1957.
Music. Salil Chowdhury.