Wednesday 18 September 2013

गायिका सुलक्षणा पंडित (गुमनाम गायक/गायिका - 4)

Singer Sulakshana Pandit 

एक गुमनाम ही नहीं उपेक्षित गायिका ..सुलक्षणा पंडित ! वे संगीतकार जतिन और ललित पंडित की बहन हैं और लव स्टोरी फिल्म से ख्याति प्राप्त अभिनेत्री/गायिका विजयता पंडित की बड़ी बहन हैं ! फिल्मों में गायिका बनने आयी सुलक्षणा पंडित को उनकी खूबसूरती के कारण जब फिल्मों में रोल मिलने लगे तो उनका ध्यान गायिकी में कम और अभिनय में अधिक हो गया !
शुरू में सुलक्षणा ने यही चाहा कि वे अपनी फिल्मों में स्वयं पार्श्व गायन करें परन्तु उनकी इच्छा हर फिल्म में पूरी न हो सकी ! 1971 की फिल्म 'दूर का राही' में उनका गाया गीत 'बेकरार दिल तू गाये जा' आज भी वही ताजगी लिए हुए है ... 1975 में फिल्म 'संकल्प' के लिए गाये 'तू ही सागर है तू ही किनारा …' गीत के लिए उन्हें मियां तानसेन अवार्ड मिला और 1976 में फिल्म 'संकोच' के गीत 'बाँधी रे काहे प्रीत…' के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका के अवार्ड के लिए नामित किया गया था ! सुलक्षणा ने अन्य कुछ फिल्मों - 'चलते-चलते', 'उलझन', 'अपनापन', 'एक बाप छह बेटे', 'गृह प्रवेश', ''थोड़ी सी बेवफाई', 'स्पर्श', 'आहिस्ता-आहिस्ता', 'साजन की सहेली' में भी सुन्दर गाने गाये ! 

फिल्मफेयर पत्रिका को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि मरहूम अभिनेता संजीव कुमार से वे बहुत प्रेम करती थीं और जब उन्होंने शादी करने को कहा तो संजीव कुमार ने यह कह कर इनकार कर दिया कि वे अपने पहले प्यार [हेमा मालिनी] को भुला नहीं पाए हैं ! वे आज तक अविवाहित हैं ! फिल्मों में काम न मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गयी थी, घर का सामान तक बिक गया, ऐसी हालत में अभिनेता जितेन्द्र के परिवार ने उनकी बहुत मदद की ! 

गुमनामी के अँधेरे में खो गयी यह मीठी आवाज़
गीत - बाँधी रे काहे प्रीत.....'
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आज बहुत सी बातें हमने [गैर फ़िल्मी ग़ज़ल] 
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गीत - तू ही सागर है तू ही किनारा ....'
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